Pravesh Verma's Video of Distributing Shoes Goes Viral, AAP Demands Strict Action from Election Commission!

क्या दिल्ली के लोग एक जोड़ी जूते से खरीदे जा सकते हैं...? जूते बांटते हुए प्रवेश वर्मा का वीडियो वायरल; 'आप' ने चुनाव आयोग से की सख्त कार्रवाई की मांग!

Pravesh Verma's Video of Distributing Shoes Goes Viral, AAP Demands Strict Action from Election Commission!

Pravesh Verma's Video of Distributing Shoes Goes Viral, AAP Demands Strict Action from Election Comm

नई दिल्ली, 15 जनवरी: Pravesh Verma Shoe Controversy, AAP Demands Action: नई दिल्ली विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा द्वारा महिलाओं को जूते पहनाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसे लेकर विवाद उठ गया है। इस वीडियो में प्रवेश वर्मा कुछ महिलाओं को अपने हाथों से जूते पहनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं और इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। 'आप' ने आरोप लगाया है कि भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा खुलेआम चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और मतदाताओं को जूते, चादर, पैसे और कंबल बांट रहे हैं।

'आप' ने चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
'आप' ने इस वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर करते हुए लिखा, "चुनाव आयोग की नाक के नीचे नई दिल्ली विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी प्रवेश वर्मा खुलेआम आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मतदाताओं को पैसे, जूते, कंबल और चादर बांटे जा रहे हैं। लेकिन क्या चुनाव आयोग और जिला निर्वाचन अधिकारी को यह सब दिख नहीं रहा है या फिर वे देखना नहीं चाहते?"

केजरीवाल का जूता विवाद पर बयान
इसके बाद, 'आप' के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। केजरीवाल ने वाल्मीकि मंदिर में अपने दौरे के दौरान इस मामले पर भाजपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या दिल्ली के लोग एक जोड़ी जूते से खरीदे जा सकते हैं? यह दिल्ली के लोगों का अपमान है कि कोई सोचता है कि वह एक जोड़ी जूते से दिल्ली के लोगों को खरीद लेगा।"

आम आदमी पार्टी की चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग
इस विवाद के बाद, आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है और कहा कि भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है। इस मामले ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक नया मोड़ ले लिया है और इसके बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।